Whatsapp Founder Jivani Jan Koum Success Sory in Hindi
व्हात्सप्प के संस्थापक का जीवन परिचय Whatsapp Founder Jivani Jan Koum
आपको जानकर आश्चर्य होगा की Whatsapp के बनाने वाले को, एक समय फेसबुक कंपनी ने अपने यहाँ नोकरी पर रखने से, इंकार कर दिया था| और आगे चलकर, इनको फेसबुक के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में शुमार किया गया|
आज Whatsapp Android Application को कौन नहीं जानता, ये App सोशल नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है|
आज पूरी दुनिया में इस एप के 100 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं| दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली एप्स में Whatsapp का नंबर पांचवे स्थान पर है|
Whatsapp Messenger App की सबसे बड़ी बात, जो इसे स्पेशल बनाती है वो ये है की, इस ऐप को इस्तेमाल करने वालों को कभी भी ऐप पर विज्ञापन नहीं दिखाया गया| और यूजर को इससे जुड़ने के लिए सिर्फ एक मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है|
हालाँकि इससे पहले स्काइप Skype और BBM जैसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से, ये सुविधाएँ यूजर्स को मिलती थी पर उनके लिए ई-मेल की जरुरत होती थी|
Whatsapp Founder Jivani | JAN KOUM की जीवनी
व्हात्सप्प के निर्माता Jan Koum का जन्म 24 फ़रवरी साल 1976 को, यूरोप के उक्रेन की राजधानी, कीव में हुआ था| इनकी शिक्षा, कीव के बाहर युक्रेन के ही फस्तिव में हुई| Jan Koum एक यहूदी हैं|
और उसी वक़्त यूक्रेन में चल रही सामाजिक समस्याओं के कारण Jan Koum, 16 साल की उम्र में, साल 1992 में अपनी माँ और दादी के साथ, कैलिफ़ोर्निया आ गए जबकि उनके पिता यूक्रेन में ही रुक गये|
कैलिफ़ोर्निया में उनके परिवार को सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत, एक छोटे से दो बेडरूम का अपार्टमेंट मिल गया इससे उनके परिवार को रहने के लिए मदद मिल गई|
शुरुवात में Jan Koum की माँ को कैलिफ़ोर्निया में, दाई के रूप में काम करना पड़ा| और Jan Koum खुद एक ग्रोसरी में स्वीपर का काम करने लग गये|
Jan Koum की कंप्यूटर में बढ़ती रूचि
18 साल की आयु तक Jan Koum की रूचि, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की तरफ बढ़ चुकी थी| और उन्होंने SAN JOSE STATE UNIVERSITY में दाखिला ले लिया| और साथ ही साथ एक Security Tester के रूप में ERNST&YOUNG कम्पनी में काम किया| Whatsapp Founder Jivani
और उधर यूक्रेन में, इनके पिताजी का साल 1996 में, देहांत हो गया|
वर्ष 2000 में Jan Koum की माँ भी उन्हें छोड़कर चली गयी| Jan Koum की माँ कैंसर रोग से पीड़ित थीं|
याहू कम्पनी में बिताये 9 साल Whatsapp Founder Jivani
Ernst & Young कम्पनी में Security Tester के तौर पर कार्यरत रहते हुए, Jan Koum का मिलना, ब्रायन ऐक्टन से हुआ|
वर्ष 1997 में Jan Koum को, याहू कंपनी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजिनियर के रूप में हायर कर लिया|
इसके बाद कौम ने अपने कॉलेज को भी छोड़ दिया| इधर Brian acton भी Ernst & Young कम्पनी से, याहू Yahoo कम्पनी में आ गए|
Jan Koum and Brian Acton ने याहू कम्पनी के लिए, 9 वर्ष अपनी सेवाएं देने का काम किया| तथा दोनों ने सितम्बर सन 2007 में, याहू कम्पनी को अलविदा कह दिया और एक साल की छुट्टी लेकर, दक्षिणी अमेरिका चले गए|
दोनों ने सोशल नेटवर्किंग दिग्गज कंपनी फेसबुक में काम करने के लिए आवेदन किया और दुर्भाग्यवश दोनों को फेसबुक में काम करने से मना कर दिया|(Whatsapp Founder Jivani)
Whatsapp कंपनी का निर्माण : Whatsapp Founder Jivani
Whatsapp को बनाने का श्रेय Jan Koum और उनके सबसे अच्छे दोस्त Brian Acton को जाता है|
Jan koum and Brian acton दोनों की मदद से, इस कम्पनी को, वर्ष 2009 के फ़रवरी माह में 24 तारीख को, स्थापित किया गया|
इसकी शुरुवात होती है जब Jan Koum ने साल 2009 की जनवरी में एक आईफोन ख़रीदा| और उस आईफोन में मौजूद, सात महीने पुराने तत्कालीन एप स्टोर को देखकर, विचार किया की – किस तरह इस एप स्टोर में मौजूद, करोड़ो Apps जोकि, पूरा एक नया उद्योग पैदा करने को, तैयार हैं|
कंप्यूटर इंजिनियर Jan Koum के दिमाग की बत्ती जल गई और कुछ नया आईडिया इनके दिमाग में आया| और तुरंत अपने मित्र Alex Fishman से मिलने पहुँच गए|
Alex fishman की रसोई के काउंटर पर, चाय के बीच दोनों दोस्तों ने घंटो, Jan Koum के इस बिल्कुल नए आईडिया पर चर्चा की| और फ़ौरन Jan Koum ने इसके लिए Whatsapp नाम चुन लिया|
और इसकी मुख्य वजह ये थी की सामान्य बातचीत की भाषा में ये Whats-up की तरह बोल रहा था और ठीक, एक सफ्ताह पश्चात, अपने जन्मदिन 24 फ़रवरी 2009 के शुभ अवसर पर Whatsapp INC. की नींव रख दिया|
अब Jan Koum और उनके सभी दोस्त, सिर्फ एक मोबाइल नंबर से एक दूसरे को, ऐप की मदद से, सन्देश भेजने के का काम करने लगे| (Whatsapp Founder Jivani)
मुंह से मुंह वाले प्रचार विज्ञापन के अलावा, कभी कोई और प्रमोशन के तरीके का प्रयोग, Jan Koum ने कभी नहीं किया| इसलिए शुरुवाती दिनो में, Whatsapp Application की योग्यता के बारे में, इन्टरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों को, जानकारी नहीं मिल पायी|
शुरूआती संस्करण में ऐप क्रैश होने की दिक्कतें
हालाँकि Whatsapp के शुरू के संस्करण में, ऐप के क्रैश होने की दिक्कतें, सामने आने लग गईं थी| इससे आशाहीन होकर Jan Koum ने हार मान लिया और किसी नई नोकरी की तलाश करने लगे|
घोर निराशा के उस क्षण पर, उनके सबसे अच्छे मित्र और सहयोगी Brian Acton ने Jan Koumको कुछ और महीने का प्रयास करने के लिए, प्रेरित किया|
जून 2009 में जब एप्पल कंपनी ने अपने App Store में, Push notification की योग्यता को शामिल करने का निश्चय किया| एप्पल का ये निर्णय, अमेरिकन Enterpreneur Jan Koum का सौभाग्य, साबित हुआ|
(Whatsapp Founder Jivani)
कौम ने तुरंत, अपनी एप में सुधार किया और एप को तुरंत रियल टाइम सन्देश सर्विस में तब्दील किया| और इन्टरनेट अपनी पर धूम मचा दी|
अब एप पर उपयोगकर्ता के एक्टिव न होने पर “पिंग” की सुविधा दे दी गयी और यूजर्स के स्टेटस परिवर्तित होने पर उसके नेटवर्क में उपस्थित, सभी लोगो को Notification जाने लगा|
Jan Koum ने Whatsapp 2.0 को मैसेजिंग सुविधा के साथ इन्टरनेट पर लांच किया था| अब लोग रियल टाइम में, मोबाइल पर, सिर्फ एक मोबाइल नंबर से सन्देश भेजने में सक्षम थे|
और ऐप में हुए इस सुधार के बाद, Whatsapp का प्रयोग करने वालों की संख्या में ऐकाऐक, 250000 का इजाफा हो जाता है|
इधर Brian Acton किसी और स्टार्टअप प्रोजेक्ट पर लगे हुए थे पर उन्होंने Whatsapp में सम्मिलित होने का निर्णय ले लिया|
और इसके पश्चात, Brian Acton ने, याहू कम्पनी में काम करने वाले, अपने 5 दोस्तों को Whatsapp ऐप का विस्तार करने के लिए, $ 250000 की सीड फंडिंग के लिए, राजी कर लिया|
व्हात्सप्प के सह संस्थापक बने – Brian Acton
Brian Acton को अब, Whatsapp का सह संस्थापक भी बना दिया गया तथा उनको कम्पनी में, हिस्सा भी मिल गया|
Brian Acton Whatsapp में, आधिकारिक तौर पर 1 नवंबर 2009 को सम्मिलित हुए थे|
साल 2009 के नवंबर में ही Whatsapp को विशेषकर, I-फ़ोन के लिए एप स्टोर पर उतारा गया|
(Whatsapp Founder Jivani)
अब Jan Koum, Whatsapp के ब्लैकबेरी संस्करण के बारे में, सोचना शुरू कर दिए थे| और लॉसएंजिल्स में अपने मित्र, क्रिस पेईफर को Whatsapp ऐप का ब्लैकबेरी संस्करण तैयार करने के लिए, नियुक्त कर दिया| जो दो महीने बाद काम पर आया|
अब Whatsapp का इस्तेमाल करने वालों को, वेरिफिकेशन सन्देश भेजने में, आने वाली शुरुवाती लागत को कम करने के लिए, Jan Koum ने Whatsapp को मुफ्त सेवा से भुगतान वाली सेवा में बदल दिया|
और सन 2009 के दिसंबर में, Whatsapp के I-Phone संस्करण में, फोटो भेज सकने की क्षमता, को भी जोड़ दिया गया|
व्हात्सप पर फेसबुक का अधिग्रहण
Whatsapp की बढती पॉपुलरटी को देखते हुए, फेसबुक कम्पनी ने, साल 2014 की फ़रवरी में, 19 तारीख को, Whatsapp इंक को, $19 billion में अधिग्रहण कर लिया| और Whatsapp के दोनों संस्थापकों को फेसबुक के Board of Directors का सदस्य भी बना दिया गया|
अभी तक के इतिहास का, यह सबसे बड़ा सौदा हुआथा|
इस सौदे में, Sequoia Capital को अपने प्रारंभिक निवेश का, 5000% का फायदा हुआ था|
इस डील के लिए Jan Koum ने एक परित्यक्त बिल्डिंग को चुना जहाँ वे अपने संघर्ष के दिनो में, खाने का टिकट इकठ्ठा किया करते थे|
और बाद में साल 2018 में Jan Koum ने Whatsapp कम्पनी के CEO यानि चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिस के पद से भी, इस्तीफा पत्र दे दिया और फेसबुक के Board of Directors को भी छोड़ने की घोषणा कर दिया|
फेसबुक स्टॉक से मिले, 1.5 बिलियन $ को,Whatsapp Founder Jan Koum ने, चैरिटेबल संस्थाओ को, दान में दे दिया जिसमे उनकी, कौम फैमिली फाउंडेशन भी शुमार थी|
Jan Koum की मेहनत और लगन का फल, उनके सामने था| Jan Koum अब तक काफी अमीर हो चुके थे|
Whatsapp बहोत कम समय में पोपुलर होने वाली कंपनियों में से एक है| आज Whatsapp Application सभी ऑपरेटिंग सिस्टम पर कार्य करने के अनुकूल हैं|
वर्ष 2011 के आरम्भ में ही Whatsapp, एप्पल कम्पनी के Us App Store के शीर्ष, 20 Apps की सूची में अपनी जगह बना चुका था|
साल 2011 के अप्रैल महीने में Sequoia Capital के साझीदार, Jim Goetz से महीनो की लम्बी वार्तालाप के पश्चात, Sequoia Capital ने $ 8 मिलियन का निवेश, कम्पनी में 15% की हिस्सेदारी के लिए किया|
सन 2013 के फरवरी महीने तक Whatsapp app के सक्रीय यूजर्स की संख्या भी, 200 मिलियन के विशाल आंकड़े तक पहुच गई| और अब तक Whatsapp में 50 कर्मचारी सदस्य भी काम करने लगे थे|
साल 2013 में, अपने दिसंबर की ब्लॉग पोस्ट में, कम्पनी ने प्रति माह एक्टिव यूजर्स की संख्या 400 मिलियन तक पहुँचने का दावा किया था|
प्रेमिका ने किया था मुकद्दमा
वर्ष 1996 के फ़रवरी माह में San Jose की राज्य अदालत ने, कैलिफ़ोर्निया में Jan Koum के विरोध में, एक निरोधक आदेश दिया था|
यह आदेश Jan Koum की एक पूर्व प्रेमिका, की विस्तृत घटना के कारण दिया गया| इस घटना में, उनकी प्रेमिका ने बताया की Jan Koum ने, उसे मौखिक और शारीरिक रूप से धमकी दी|
और इसके पश्चात्, साल 2014 अक्टूबर में, अपने जवाब में Jan Koum ने निरोधक आदेश के सम्बन्ध में, बताया की मेरे द्वारा जैसा काम और व्यवहार हुआ था|
उस पर मुझे, शर्मिंदगी महसूस होती है| और मेरे रवैये ने, उसे कानूनी मुकद्दमे करने के लिए, मेरे विरुद्ध, विवश कर दिया था|
Whatsapp application से जुड़ी रोचक बातें
नोकिया सीरीज 40 के सेलफ़ोन में Whatsapp Appको चलाया गया था जो की स्मार्ट फ़ोन नहीं था|
नोकिया N95 नोकिया कम्पनी का बहोत पुराना मोबाइल है जिस पर Whatsapp Appअच्छे से अभी भी काम करती है|
सम्पूर्ण विश्व में, सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली Apps में Whatsapp 5वें नंबर पर है|
सन 2008 में फेसबुक कम्पनी ने Jan Koum को नौकरी देने से मना कर दिया था और बाद जन कौम, फेसबुक के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के सदस्य बन गए थे|
वर्ष 2014 के अगस्त माह में Whatsapp Application को Android Smart Watches के लिए लांच किया गया|
Whatsapp ने साल 2015 की जनवरी में, अपना वेब क्लाइंट भी, लांच कर चुका था|
Whatsapp को खरीदने की इच्छा से, Google कम्पनी ने 10 बिलियन $ का ऑफर दिया था जिस पर Jan Koumकी, Google के इस ऑफर के साथ सहमति नहीं बन पाई थी|
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निष्कर्ष
दोस्तों इस Whatsapp Founder Jivani से हमें पता चलता है अपना काम करते रहिये, समय पटरी बदलता जरूर है | ये व्हात्सप्प के संस्थापक की कहानी आपको जरूर अच्छी लगी हो|
Whatsapp Founder Jivani इसे अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करिए ताकि हर किसी को प्रेरणा मिल सके | उनका अपने काम के प्रति आत्म विश्वास बढ़ता जाए|
धन्यवाद आप सभी का, भगवान् का सभी के ऊपर आशीर्वाद बना रहे| ये हमारी दिली कामना है|
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