Savita Punia, Gurjit kaur Made a Record in Tokyo Olympics

सविता पुनिया और गुरजीत कौर ने टोक्यो ओलिंपिक में बनाया कीर्तिमान

भारतीय महिला हॉकी टीम ने सोमवार को, टोक्यो ओलिंपिक में कीर्तिमान रच दिया | क्वार्टर फाइनल में भारतीय खिलाडियों ने बेहतरीन डिफेन्स दिखाया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को, एक भी गोल करने से वंचित कर दिया |

भारत की तरफ से गुरजीत कौर के 22वें मिनट में किये गए इकलौते गोल के बलबूते, सेमी फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली |

ओलिंपिक के इतिहास में पहली बार हुआ जब भारत की महिला हॉकी टीम, सेमी फाइनल में पहुंची है |

भारत की इस ऐतिहासिक विजय पर दो भारतीय महिला खिलाड़ियों का मुख्य योगदान रहा है |  एक गुरजीत कौर ने जिन्होंने पेनाल्टी कार्नर में, एक अहम् गोल करके भारत को ऑस्ट्रेलिया से बढ़त दिला दी| दूसरी भारतीय महिला टीम की गोल कीपर यानि सविता पुनिया |

सविता पुनिया रही जीत की नायिका

इस विशेष विजय की मुख्य नायिका रही सविता पुनिया ने 9 शानदार बचाव करके, टीम इंडिया की लीड को कम या बराबर तक नहीं होने दिया ये बिलकुल वैसे ही था जैसे फिल्म चक दे इंडिया में पेनाल्टी शूट आउट में गोलकीपर ने, पेनाल्टी रोककर विश्व चैंपियन का ख़िताब प्राप्त किया था |

सविता पुनिया, ऑस्ट्रेलिया के सामने भारत की दीवार बनके डटी रहीं और टीम को विजय दिलाकर ही मानी |

गुरजीत कौर का भी रहा अहम् योगदान

अमृतसर की रहने वाली 25 साल की गुरजीत कौर के परिवार का हॉकी से कोई मतलब नहीं था लेकिन पंजाब के ये बेटी, इसी जीत के साथ अपना नाम इतिहास में अंकित करा दिया है | गुरजीत कौर के पिता श्री सतनाम सिंह एक किसान हैं | उनके लिए अपनी बेटी के पढ़ाई ही सबसे पहले हुआ करती थी |

बोर्डिंग स्कूल में लड़कियों को हॉकी खेलते देख, गुरजीत प्रभावित हो गयीं थी और उन्होंने इसी को अपना करियर बना लिया | गुरजीत कौर का परिवार उनके इस प्रदर्शन से बेहद ही खुश है |

25 साल की गुरजीत कौर को पहली बार साल 2014 में, भारतीय महिला टीम के नेशनल कैंप में जगह मिली थी हालाँकि वो साल 2017 से पहले वो टीम की रेगुलर खिलाड़ी नहीं बन पाई थी |

उनके लिए साल 2017 का एशिया कप बड़ी उपलब्धि लेकर आया | टीम ने टूर्नामेंट जीतकर, वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया | उस समय गुरजीत कौर ने , भारतीय टीम के ओर से सबसे अधिक आठ गोल किये थे |

इसमें से तो सात गोल तो उन्होंने पेनाल्टी कार्नर से किये थे | सेमी फाइनल में उन्होंने जापान के खिलाफ दो शानदार गोल कर टीम को फाइनल में स्थान दिलवाया था |

पंजाब के मुख्यमंत्री ने दी बधाई

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने, मैच का एक मात्र गोल करने वाली पंजाब की गुरजीत कौर को बधाई दी है |

इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की खिलाफ, वंदना कटारिया ने मैच में गोल की हैट्रिक का इतिहास बना दिया था | वो पहली ऐसी महिला खिलाड़ी बनी जिन्होंने ओलिंपिक के एक ही मैच में, तीन गोल मारे हों | आज देश उन्हें हैट्रिक गर्ल के नाम से जान रहा है |

टीम इंडिया के लिए ये जीत बेहद ही खास है क्योंकि भारतीय महिला हॉकी टीम की शुरुवात ओलिंपिक में ठीक नहीं हुई और टीम को टीम मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन भारतीय टीम ने अब तीन बार की ओलिंपिक चैंपियन रही ऑस्ट्रेलियाई टीम को 1 -0 से करारी मात दी|

निष्कर्ष –

ऐसे में ये जीत भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए काफी यादगार और ऐतिहासिक है | अब सेमी फाइनल में भारत का मुकाबला , अर्जेंटीना से होने वाला है |

 

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