Twitter CEO Parag Agrawal Ka Jivan Parichay Biography Hindi
भारतीय मूल के पराग अग्रवाल ट्विटर के नए सीईओ बन गए| जैक डोरसे ने स्टेप डाउन कर दिया|
एक बार फिर से एक भारतीय ने झंडा गाड़ दिया| सबसे बड़ी बात जो है, वो है पराग अग्रवाल सिर्फ 37 साल के ही हुयें हैं अभी|
वैसे भी अमेरिका को india घोषित कर देना चाहिए| भारतीयों ने कमाल का काम किया है, भारतीय हमेशा से आगे हैं|
चाहे माइक्रोसॉफ्ट हो, गूगल हो, चाहे IBM, एडोबी फोटोशॉप हो और अब तो ट्विटर भी एक इंडियन के पास चला गया है| जैसा आपको पता ही है दुनिया में आधी से अधिक सरकारें ट्विटर पर चलती हैं| ट्विटर एक इंटेलेक्चुअल प्लेटफ़ॉर्म है| सारे के सारे आन्दोलन पहले ट्विटर पर ही शुरू होते हैं|
यहाँ कुछ जानकारियाँ हैं जो आपको ट्विटर के नए सीईओ के बारे जरूर जाननी चाहिए |जैक डोरसे की पद से मुक्ति की घोषणा के बाद, पराग अग्रवाल को ट्विटर का सीईओ बना दिया गया है| इससे पहले पराग अग्रवाल ट्विटर के CTO ( Chief Technical Officer ) थे| ट्विटर कम्पनी के को फाउंडर हैं – जैक dorsey
कम्पनी की साल 2022 में होने वाली शेयर धारकों की बैठक तक, जैक dorsey अपना कार्य काल समाप्त होने तक, निदेशक मंडल में बने रहेंगे |
सोमवार को ट्विटर ने बताया की पराग अग्रवाल, जैक dorsey की जगह लेंगे| मिस्टर पराग अग्रवाल जी कम्पनी के डायरेक्टोरियल बोर्ड में भी काम करेंगे |
ट्विटर ने बताया की पराग अग्रवाल साल 2011 से, ट्विटर से जुड़े हैं| साल 2017 से सीईओ बनने के पहले तक, ये कंपनी के चीफ टेक्निकल ऑफिसर रहे|
Twitter CEO Parag Agrawal Ka Jivan Parichay
29 फ़रवरी 2021 का दिन भारतीयों के लिए एक बड़ा दिन रहा| इस दिन दुनिया में बहुप्रतिष्ठित आईटी कम्पनी ट्विटर के नए सीईओ का पदभार , भारतीय मूल के मिस्टर पराग अग्रवाल को सौंप दिया गया है|
पराग अग्रवाल जी का जन्म राजस्थान के अजमेर में सन 1984 को हुआ| महज 37 वर्षीय पराग जी के इस अभूतपूर्व उपलब्धि से आज भारत वर्ष गौरवान्वित महसूस कर रहा है| साल 2005 में पराग अग्रवाल अमेरिका शिफ्ट हो गए थे | 2016, 2017 में ट्विटर में जब बूम आया तो उसमे पराग अग्रवाल का बहुत बड़ा हाथ था|
पराग अग्रवाल को ट्विटर का नया सीईओ बनाये जाने का समाचार मिलते ही सभी उनकी जिन्दगी में बारे में पता लगाने के लिए काफी उत्साहित हैं। अपने पाठकों को बताते चलें की कि पराग जी परिवार बेसिकली राजस्थान के अजमेर से सम्बन्ध रखता है|
इसी स्थान पर पराग जी पैदा भी हुए थे। और दादा-दादी के समय से ही पराग अपने माता-पिता के साथ वहीँ पर भाड़े के एक छोटे से मकान में रहा करते थे| परमाणु उर्जा के क्षेत्र में, उनके पिता की नौकरी होने के वजह इसे, इनका परिवार महाराष्ट्र में आकर बस गया| पराग की माता जी एक रिटायर्ड शिक्षिका हैं| अब अमेरिकी नागरिकता वाले पराग अग्रवाल के दादा जी कभी मुनीम के पद पर कार्य करते थे|
विनीता अग्रवाल, पराग अग्रवाल की पत्नी का नाम है जो Stanford School of Medicine में फिजिशियन हैं| ट्विटर के नव निर्वाचित सीईओ पराग अग्रवाल अपने परिवार के साथ सैन फ्रांसिस्को कैलिफ़ोर्निया में रह रहें हैं | इन दोनों के एक पुत्र भी है, अंश जिसका नाम है|
मिस्टर परागअग्रवाल की पढ़ाई लिखाई
इनकी शुरुवाती पढ़ाई, एटॉमिक इनर्जी सेंट्रल स्कूल से पूरी हुई | स्कूलिंग पूरी करने के बाद इन्होने आई आई टी मुंबई में दाखिला लिया और कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की | इसके बाद उच्चतम शिक्षा के लिए, इन्होने अमेरिका को चुना|
और पीएचडी की डिग्री, अमेरिका के ही Stanford यूनिवर्सिटी से हासिल की|
पराग अग्रवाल जी का कार्यक्षेत्र
ट्विटर से जुड़ने के पहले डॉ पराग अग्रवाल याहू, माइक्रोसॉफ्ट और AT & T कम्पनी के साथ भी काम कर चुके थे |
अमरीका शिफ्ट होने के बाद पराग अग्रवाल ने सबसे पहले याहू को ज्वाइन किया| चाईनीज़ कम्पनी याहू के R&D डिपार्टमेंट में, पराग जी ने जून 2007 में इंट्री मार डी और एक साल चार महीने बाद यानि सितम्बर 2008 में याहू को अलविदा बोल दिया |
पोपुलर आईटी कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट में, रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग में, पराग अग्रवाल जी ने साल 2009 में कुल चार महीने( जून से सितम्बर) तक अपनी सेवाएं प्रदान की |
AT & T लैब्स कम्पनी में पराग अग्रवाल ने, साल 2010 के जून से सितम्बर तक, रिसर्च विभाग में में काम किया|
ट्विटर के साथ मेल
पराग अग्रवाल जी जब ट्विटर के साथ जुड़े तब उसमे कर्मचारियों की संख्या भी हज़ार से कम थी| ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक dorsey के अनुसार, पराग अग्रवाल ने कम्पनी में शुरुवात एक इंजिनियर के रूप में की थी, और अब सीईओ का पद सँभालने जा रहें हैं |
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर, पराग अग्रवाल ने काम किया हुआ है| बहुत ही कमाल का काम इनका माना जाता है| कम्पनी ने यही बोला है की जब ये CTO बने तो इन्होने Coehesive Machine Learning पर फोकस किया|
मशीन लर्निंग और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस ये future होने वाली है | तो पराग अग्रवाल ने इस पर काम किया और यूजर्स को एक अलग ही अनुभव प्रदान किया | revenue, प्रोडक्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कमाल का रहा |
अग्रवाल ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा की वो अपनी नियुक्ति को लेकर काफी सम्मानित महसूस कर रहें हैं और काफी खुश हैं |
अग्रवाल ने अपने करियर का अधिकतर समय ट्विटर में बिताया है |
ट्विटर के पूर्व सीईओ की पहली पसंद – पराग अग्रवाल
ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसे भी, पराग अग्रवाल को बहुत अधिक पसंद करते हैं | जैक डोरसे खुद चाहते थे की पराग अग्रवाल ही ट्विटर के अगले सीईओ बने |
सोमवार को भेजे गए अपने ई-मेल में उन्होंने साफ साफ लिखा है बोर्ड ने काफी छान बीन की तब जाकर पराग अग्रवाल को अपोइन्ट किया गया है | सबसे बड़ी बात है ये व्यक्ति ट्विटर को अच्छे से समझता है| ट्विटर में जितने भी अभी तक क्रिटिकल निर्णय हुयें है, पराग उसमे आगे रहता है | क्यूरियस हैं वो, क्रिएटिव हैं वो, डिमांडिंग हैं वो सेल्फ अवेयर हैं वो |
और सबसे महत्वपूर्ण बात जो एक सफल इंसान के लिए अति आवश्यक है – वो है विनम्रता, कूट कूट भरी हुई है मिस्टर पराग के अन्दर |
मिस्टर पराग एक डाउन टू अर्थ प्रकृति के इंसान है| इसलिए वो दिल से सोचता है, अपने काम में दिल और आत्मा झोंक देता है | वो एक ऐसा इंसान है जिससे हर कोई रोज सीखता है| ये लिखा हुआ है जैक डोरसे ने, मैं उस पर बहुत ज्यादा भरोसा करता हूँ | ट्विटर की टेक्निकल स्ट्रेटेजी में पराग का बहुत बड़ा हाथ है| लीडरशिप पोजीशन इनकी ट्विटर में रही है |
पराग अग्रवाल जी का स्वाभाव
न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था की जैक डोरसे की तरह ही पराग अग्रवाल भी बहुत ही शांत और विनम्र व्यक्ति हैं | और टेक्निकल चीजों की गहरी परख इनको है | इनके सोचने का ढंग भी जैक डोरसे के जैसा ही है |
ट्विटर के सीईओ के रूप में इनका वेतन 1 M $ होगा |
12.5 M $ का शेयर भी इनको मिल गया | तो अरबपति हो गए पराग जी |
निष्कर्ष
एलोन मस्क ने कहा है – अमेरिका इंडियन टैलेंट की वजह से ही चल रहा है | पराग अग्रवाल चौथे इंडियन हैं जो सिलिकॉन वैली को रन करने वाले हैं | गर्व से कहो हम भारतीय हैं |
दुःख की बात है – ये सब बाहर जाते हैं | भारतीय सबसे ज्यादा टैलेंटेड होते हैं लेकिन सब अमेरिका जा रहें हैं, यू ए ई जा रहें हैं , सऊदी जा रहें हैं |
हमारी सरकार पॉलिटिक्स पॉलिटिक्स खेलती रहे| सरकार हमारी नफरते फैलाती रहे, एक दूसरे से लड़वाती रहे, टैलेंट बाहर जायेगा |
हमारे देश का एक टैलेंट का एक बड़ा भाग बाहर चला जाता है तो आप कब किस दिन इन लोगों को प्लेटफार्म देंगे |
भारत का ट्विटर नहीं हो सकता| youtube, गूगल भारत की बड़ी बड़ी काम्पनिज़ नहीं हो सकती हैं ?
ऐसा करने के लिए सबसे पहले तो सरकार को स्टार्टअप के लिए टैक्स कम करना चाहिए | बिलकुल टैक्स छूट जितना ज्यादा सपोर्ट कर सकते हैं , सरकार को आगे आने होगा इस दिशा में अन्यथा हमारा ये टैलेंट बाहर जाता रहेगा | सरकार को करना पड़ेगा |
आप क्या सोचते हो इस बारे में कमेंट में जरूर बताईयेगा | Twitter CEO Parag Agrawal Ka Jivan Parichay Biography Hindi पोस्ट को शेयर करिए अपनों के बीच |