Russia President Vladimir Putin Biography
रसियन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जीवन परिचय
रसियन राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जीवन परिचय
आज हम जिस शख्स की बात करने जा रहें हैं अगर उनके नाम के समक्ष महामहिम न लगा तो ये निश्चित कर पाना कठिन हो जाता है की उन्हें क्या कहा जाए?
क्योंकि ये इंसान जो कर सकता है वो किसी देश का प्रमुख तो छोड़िये, कोई भी हरफनमौला इंसान करने की सोच भी नहीं सकता |
सर्वप्रथम इनकी खूबियों पर नजर डालते हैं |
के जी बी का जासूस, मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट होल्डर, फाइटर प्लेन उड़ाने वाला एक पायलट, फौजी टैंक चलाने में माहिर एक सैनिक, अचूक निशाना लगा पाने वाला निशानेबाज, हवा से बात करने वाला एक स्पोर्ट्स कार रेसर, युवाओं से तेज़ बाइक चलाने वाला एक बाइकर, बर्फ पर आइस हॉकी खेलने में सक्षम खिलाड़ी, पानी में शिकार करने वाला शिकारी, जंगली जानवरों से खेलने वाला जाबाज, बिना कपड़ो के घुड़सवारी करने वाला एक घुड़सवार, ठन्डे पानी में तैराकी करने वाला तैराक, पहाड़ो को भी बौना साबित कर देने वाला पर्वतारोही, पानी के तल को नाप आने वाला स्कूबा डाइवर,, एक भयंकर पहलवान और दुनिया का सबसे ताकतवर और प्रभावशाली नेता |
शायद अब पूरे विश्व के किसी भी इंसान को बताने की जरुरत ही नहीं की हम बात कर रहें हैं रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की जो लगभग 30 साल से रूसी सत्ता के शीर्ष पर विराजमान हैं |
तो चलिए जानते हैं की कैसे एक चूहे पकड़ने वाला इंसान बना KGB का जासूस और उसके बाद दुनिया का सबसे शक्तिशाली शख्स |
जो पूरे यूरोप और अमेरिका को अपने ठेंगे पर रखता है | जिससे दुनिया खौफ खाती और जो भारत का सबसे अच्छा और वफादार दोस्त रहा है |
7 अक्टूबर 1952 ब्लादिमीर पुतिन का जन्म एक गरीब सोवियत फैमिली में हुआ था| ब्लादिमीर पुतिन की परवरिश लेनिनग्राद ( अब सेंट पीटर्सबर्ग है ) में हुई जहाँ स्थानीय लड़कों के बीच में झगड़ा लड़ाई मारपीट सब आम बात थी | ये लड़के कई बार पुतिन से बड़े और अधिक शक्तिशाली भी हुआ करते थे | और यही बात ब्लादिमीर पुतिन को जूडो कराटे की ओर ले गई |
अपनी सुरक्षा के लिए उन्हें ये सीखना पड़ा| पुतिन मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट से सुशोभित हैं | इनका परिवार सेंट पीटर्सबर्ग के एक अपार्टमेन्ट में तीन और परिवारों के साथ रहा करता था |
इनकी माता जी एक फैक्ट्री में एक मामूली वर्कर हुआ करती थीं और पिताजी नेवी में थे| इसके बावजूद घर का खर्च नहीं चल पाता था| तो बचपन से ही ब्लादिमीर पुतिन ने चूहों का पकड़कर बाहर छोड़ने का काम शुरू कर दिया|
इस काम को करने के एवज में उन्हें कुछ पैसे मिलते थे| लेकिन किसे पता था की चूहे पकड़ने वाला वाला बच्चा बड़ा होकर रसिया के दुश्मन दबोचेगा|
जिस उम्र में बच्चे खिलौने से खेलने की चाहत रखते हैं उस उम्र में पुतिन ने KGB का जासूस बनने का सपना देख लिया था| लेकिन उन्हें नहीं पता था की ऐसा बनने के लिए क्या करना होगा!
तो एक रोज वो सीधे ही KGB के दफ्तर चले गए| वहाँ पहुँचकर वो एक अधिकारी से पूछ बैठे की मुझे आप जैसा बनने के लिए क्या करना होगा ? वहाँ मौजूद एक महिला अधिकारी ने व्लादिमीर पुतिन को जवाब दिया जासूस बनने से पहले कानून की डिग्री हासिल करो |
लिहाजा इसके लिए व्लादिमीर पुतिन ने लेनिनग्राद स्टेट यूनिवर्सिटी से साल 1975 में कानून की डिग्री प्राप्त की | और बिना वक़्त बर्बाद किये उसी साल KGB के लिए अप्लाई कर दिया | उनके जूनून का ही कमाल था की पहली ही कोशिश में उनका चयन कर लिया गया |
अब समय था उनकी ट्रेनिंग का – जिसमे उन्हें बन्दूक चलाने से लेकर प्लेन उड़ाने तक की ट्रेनिंग दी गई| उनको उनके पहले मिशन पर पूर्व जर्मनी भेजा गया जहाँ व्लादिमीर पुतिन ने पाँच साल तक ट्रांसलेटर बनकर अंडर कवर एजेंट का काम किया |
बर्लिन की दीवार ढहते ही वो वापस अपने देश रूस आ गए | रूस वापस आकर उन्होंने लेनिनग्राद यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय अफेयर सेक्शन में काम किया | वहाँ पर वो नए KGB जासूस भर्ती का काम देखने लगे | मगर फिर आया सोवियत संघ का सबसे बुरा दौर – जब उसके टुकड़े हुए | गरीबी और भ्रष्टाचार बढ़ने लगा | विभाजन के बाद उन्होंने रिटायर होने का फैसला लिया |
16 साल KGB में काम करने के बाद 20 अगस्त साल 1991 को व्लादिमीर पुतिन लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर ले लिया| और दोबारा उन्ही गलियों में वापस पहुँच गए जहाँ उनका बचपन बीता था |
जाने माने नेता और लेनिनग्राद के मेयर अनातोली सब्चाक के साथ जुड़कर अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत करी | और बहुत ही कम समय में उनके करीबी बन गए | मेयर अनातोली सब्चाक ने पुतिन को उपमेयर बना दिया | साल 1996 में अनातोली की हार के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया और सीधा मास्को चले गए |
मास्को पहुँचने के बाद व्लादिमीर पुतिन उस समय रूस के राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन boris yeltsin की टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे | उसके बाद तो जैसे उनका रास्ता साफ़ होता चला गया |
राष्ट्रपति बोरिस ने पहले व्लादिमीर पुतिन को प्रधानमंत्री बनाया और दो साल बाद जब बोरिस ने इस्तीफा दिया तो पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया | लेकिन उनका लक्ष्य ये नहीं था लिहाजा साल 2000 में पुतिन राष्ट्रपति पद के लिए खड़े हो गए और जीत गए |
इसके बाद रूस ने साल 2004 में उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुना | लेकिन रूसी संविधान के अनुसार कोई व्यक्ति लगातार तीन बार राष्ट्रपति नहीं बन सकता | तो साल 2008 में रूस के प्रधानमंत्री बन गए | इसके बाद साल 2012 में चुनाव लड़ा और फिर से राष्ट्रपति बन गए | और तब से लेकर अब तक रूस के बागडोर इसी शख्स ने संभाल रखी है |
व्लादिमीर पुतिन ने वो तमाम कानून बदल डाले जो उनके और राष्ट्रपति पद के बीच में अड़चन बने हुए थे| एक लम्बे शासन के बावजूद लोग उन्हें पसंद करते हैं| रूसी मीडिया के अनुसार व्लादिमीर पुतिन की लोकप्रियता ऐसी है की जो पश्चिम के नेताओं के लिए सिर्फ एक सपना हो सकती है |
रूसी मीडिया में पुतिन का चेहरा हमेशा छाया रहता है| वहाँ की मीडिया में उनके पक्ष की ख़बरें खूब दिखती हैं | यही मुख्य वजह है की उनके आलोचकों की आवाज वहाँ दब जाती है | व्लादिमीर पुतिन अपने सख्त स्वाभाव के लिए जाने जाते हैं |
दुनिया ने उनका ऐसा रूप आज से लगभग 17 साल पहले तब देखा था जब 40-50 चेचन्या विद्रोहियों ने अक्टूबर 2002 में एक थिएटर में लगभग 900 नागरिकों को बंधक बना लिया था जब वहाँ एक प्ले चल रहा था | ये घटना इतिहास में Moscow Theatre Hostage Crisis के नाम चर्चित है |
ये विद्रोही चाहते थे की रूस अपनी सेना चेचन्या से हटा ले और सरकार को एक सप्ताह का समय दिया गया| व्लादिमीर का कहना था की आतंकियों के सामने झुक नहीं सकते| फैसला किया गया की ताकत का इस्तेमाल करेंगे| तीन दिन बाद रूसी सैनिकों ने थिएटर को चारो तरफ से घेर लिया| एयर कंडीशनिंग सिस्टम के जरिये थिएटर के भीतर जहरीली गैस भर दी गई |
सब का दम घुटने लग गया | इसके बाद कमांडोज अन्दर घुस गए| ताबड़तोड़ गोली बारी हुई और सारे विद्रोही मारे गए लेकिन 118 बंधक बनाये गए रूसी नागरिक भी मारे गए |
कई राष्ट्रों में इसकी तारीफ़ की गई और कई देशों ने रूस की इस कार्रवाई की निंदा भी करी | लेकिन इतना तो तय है की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कोई ब्लैकमेल नहीं कर सकता |
पुतिन का कहना है की लेनिनग्राद की सड़कों ने मुझे एक नियम सिखाया था अगर लड़ाई होना तय है तो पहला पंच मारो | परिवार की बात करें तो रूसी मीडिया में कभी उनके परिवार का फोटो तक नहीं आया | व्लादिमीर पुतिन की शादी (28 जुलाई 1983) को Lyudmila नाम की महिला से हुई लेकिन साल 2013 में दोनों के बीच तलाक हो चुका है| पुतिन की पत्नी ल्युडमिला ने इनके ऊपर मारने पीटने का इल्जाम भी लगाया था। ल्युडमिला के अनुसार व्लादिमीर पुतिन के कई प्रेम सम्बन्ध भी थे |
व्लादिमीर पुतिन की दो बेटियां हैं जिनका नाम मारिया पुतिन और येकातेरिना पुतिन जिनका जन्म साल 1980 के मध्य पूर्व जर्मनी में हुआ था | पुतिन को जर्मन भाषा बोलने में महारथ प्राप्त है लेकिन उन्हें इंग्लिश में घबराहट होती है |
लोगों का ऐसा मानना है की अंग्रेजी बोलना उन्होंने राष्ट्रपति बनने के बाद सीखा| फॉर्मल वार्तालाप के लिए वह रूसी राष्ट्रपति अब भी दुभाषियों की मदद लिया करते हैं। व्लादिमीर पुतिन ने साल 2003 में सरकारी रात्रिभोज के दौरान बकिंघम पैलेस में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की माँ के निधन पर अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए पहली बार सार्वजनिक तौर पर इंग्लिश में बात की थी।
व्लादिमीर नौवे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले नेता हैं | व्लादिमीर पुतिन की कुल सैलरी पचासी लाख रुपये से अधिक है |
व्लादिमीर पुतिन की संपत्ति काफी अधिक समय से चर्चा का विषय है | हालाँकि उनकी दौलत का सटीक अनुमान लगाना बेहद ही मुश्किल है | ऐसा माना जाता है की उनकी दौलत रियल स्टेट, होल्डिंग कंपनियों और कई एकाउंट्स में बटी हुई है | कहा जाता है की ये 200 बिलियन डॉलर की है यानि विश्व का सबसे आमिर इंसान |
ख़बरों के अनुसार व्लादिमीर पुतिन के पास 20 बंगले और महल हैं | उनके हाल ही में बने एक बंगले की कीमत 750 मिलियन डॉलर है |
रूसी राष्ट्रपति के पास एक दो नहीं बल्कि कुल 58 एयरक्राफ्ट है| इसमें 15 हेलीकाप्टर भी शुमार हैं | एयरक्राफ्ट के साथ ही व्लादिमीर को कारों का भी बेहद शौक है इसलिए उनके पास लगभग 700 अल्ट्रा लक्ज़री कारों का कलेक्शन है | उनके पास दुनिया की कई महँगी और नायब कारें हैं |
सुपर पुतिन के नाम से एक ऑनलाइन कॉमिक सीरीज भी शुरू की गई है जिसमे रूसी राष्ट्रपति को एक सुपर हीरो की तरह बताया गया है जो आतंकवादियों से लड़ता है |
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