डेढ़ करोड़ की बेल्ट, 40 लाख के बैग, 15 लाख की बाइकर जैकेट, छः लाख की घड़ी और 10 लाख की ड्रेस | कमाल है बैग, बेल्ट, घड़ी जैसी चीजों का इतना मूल्य बिलकुल सही पढ़ा आपने | और एक बात इतने महंगे सामानों के खरीदारों की कमी भी नहीं है | क्योंकि इन उत्पादों को बनाने वाली कम्पनी दुनिया की टॉप फैशनेबुल ब्रांड बन चुकी है |
इस ब्रांड के सामान का उपयोग करने के बाद गजब की फीलिंग आती है | यदि आप फैशन के थोड़े से भी शौक़ीन है तो आपने जरूर अंदाजा लगा लिया होगा की आज हम किस कम्पनी की बात कर रहें हैं |
जी हाँ गुच्ची है वो कम्पनी जो आज दुनिया की एक जबरदस्त फैशनेबुल ब्रांड बन चुकी है | इस कम्पनी के प्रोडक्ट्स ने इस कदर धूम मचा रखी है की कोई मॉडल तो क्या हॉलीवुड के बड़े बड़े स्टार इस कम्पनी का ब्रांड एम्बेसडर बनने की चाहत रखते हैं |
आख़िरकार गुच्ची के उत्पाद में ऐसा विशेष क्या जो इतने महंगे होने के बावजूद भी पूरी दुनिया के बाज़ारों में अपना दबदबा बना रखा है | जबकि इसके प्रोडक्ट्स के दाम आम लोगों के कत्तई बस की बात नहीं है |
इस आर्टिकल में हम गुच्ची के एक साधारण कम्पनी से लेकर फैशन आइकोनिक ब्रांड बनने तक के सफ़र को पूरा करने वाले हैं| पूरे आर्टिकल तक जरूर बने रहिये |
शुरुवात करते हैं –
डबल G वाला लोगों, आकर्षक डिजाईन और फैशन के बाज़ार में अपना लोहा मनवा लिए गुच्ची के सामान तो महंगे हैं ही | और एक खास बात इसने अपने प्रोडक्ट बिक्री की रणनीति धारा के विपरीत चलने वाली बनाई है | इस कम्पनी की मार्केट आम लोगों की नहीं बल्कि खास लोगों की है |
यानि जो जितना भुगतान करने को तैयार है, गुच्ची उनसे उतना ले लेता है | गुच्ची प्रीमियम क्लास प्रोडक्ट के उत्पादन में स्पेशलिस्ट बन चुका है | ये ब्रांड अंतर्राष्ट्रीय रिटेलर Kering का हिस्सा है | Louis Vuitton के बाद गुच्ची पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्रांड माना जाता है | पूरी दुनिया में तक़रीबन 500 स्टोर्स चैन और ऑनलाइन सेल्स के बलबूते गुच्ची ने साल 2021 में 6.5 बिलियन डॉलर से अधिक का कारोबार किया था |
साल 1998 में गुच्ची के जीन्स को दुनिया के सबसे महंगे जीन्स होने के लिए गिनीज़ बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में शुमार किया गया था | जिसका मूल्य 3134 कैनेडियन डॉलर थी | तभी तो बड़े शान से गुच्ची ने अपना टैग लाइन बनाया है – गुणवत्ता लम्बे वक़्त तक याद रखी जाती है लेकिन दाम भुला दिया जाता है |
यही मुख्य कारण है की दुनिया भर के सेलेब्रिटी गुच्ची के दीवाने हैं | हिन्दुस्तानी सुपरस्टार भी इससे अछूते नहीं हैं|
गुच्ची की दीवानगी का ये परिणाम है की मशहूर विदेशी रैपर ने तो यहाँ तक कह दिया था की जब मेरी मृत्यु हो जाए तो मेरी ये ख्वाईश है की मुझे गुच्ची के किसी स्टोर में दफना दिया जाए |
हॉलीवुड एक्ट्रेस Grace Kelly का रेशमी स्कार्फ, भूतपूर्व अमेरिकन राष्ट्रपति की वाइफ Jachie Kennedy का शोल्डर बैग इसकी पोपुलार्टी की कहानी बयां करते हैं | वहीँ रणवीर सिंह और किअरा आडवानी जैसे भारतीय सुपर स्टार भी इस ब्रांड को बहुत अधिक पसंद करते हैं |
एक कहावत है की रोम को एक दिन में नहीं बनाया गया था | गुच्ची का एक ग्लोबल फैशनेबुल ब्रांड बनना इस कहावत पर खरे उतरना जैसा ही है | क्योंकि ये मुकाम हासिल करने के लिए गुच्ची को कई वर्ष लग गए |
गुच्चियो गुच्ची Guccio Gucci नाम के एक साधारण से व्यक्ति ने साल 1921 में इस कम्पनी की नींव रखी | Guccio Gucci साल 1881 में इटली के फ्लोरेंस में पैदा हुए थे | इटली के एक साधारण कारीगर परिवार में पैदा हुए Guccio Gucci ने 23 साल के होते ही ये निर्णय ले लिया की उनको व्यापार करना है | हालाँकि इनके पिता जी इनके इस निर्णय से संतुष्ट नहीं थे|
व्यापार के शुरुवात में इन्हें काफी घाटा झेलना पड़ा क्योंकि उस समय इन्हें बिज़नेस करने का कोई अनुभव नहीं था| और इसी वजह Guccio Gucci इन्हें व्यापार में इतना ज्यादा नुकसान हुआ की ये भयंकर कर्ज में चले गए | और फिर इन्हें अपना व्यापार बंद कर देना पड़ा |
स्थितियाँ कुछ ऐसी आन पड़ी की इन्हें अपना पेट भरने के लिए एक होटल में जॉब शुरू करनी पड़ी | लन्दन के लक्ज़री सेवाय होटल में लिफ्ट ऑपरेटर के तौर पर काम करने लगे थे|
और यहीं से परोक्ष रूप से Gucci की काल्पनिक नींव पड़ने की शुरुवात हो गई थी | क्योंकि यहाँ रसूखदारों का पहुँचना होता था | इसी होटल में विस्टन चर्चिल और मर्लिन मुनरो जैसी शानदार हस्तियों का आना जाना होता था |
ये अमीर लोग काफी अच्छे अच्छे ड्रेस पहनकर इस होटल में आया करते थे | इन्ही फेमस हस्तियों के पहनावे को देखकर गुच्चियो गुच्ची के मन में अपना ब्रान्ड बनाने का विचार आया था| आगे चलकर इन्होने इन्ही डिज़ाइनर कपड़ों को अपना आधार बनाया |
दस वर्षों तक इस होटल में जॉब करने के बाद Guccio Gucci को इस होटल से निकाल दिया गया|और इसी के बाद इन्होने अपनी कम्पनी स्थापित करने का फैसला लिया और इटली लौट आये |
साल 1921 में इन्होने Gucci कम्पनी की शुरुवात की | कम्पनी के शुरुवाती उत्पाद घुड़सवारो के लिए सामान और सूटकेस थे| बाद में इन्होने बांस के हैंडल वाले हैण्ड बैग और जूते भी बनाना शुरू कर दिया| जो आज भी इस कम्पनी के मुख्य प्रोडक्ट में शामिल हैं |
साल 1937 तक आते आते Gucci कम्पनी का कारोबार विदेशों में भी फ़ैल चुका था| साल 1953 में गुच्चियो गुच्ची ने इस संसार को अलविदा कह दिया | गुच्चियो गुच्ची की पत्नी एक अमीर घराने से तालुकात रखती थीं| दोनों के चार बेटे थे जिनके नाम वास्को गुच्ची, एल्दो गुच्ची, यूगो गुच्ची और रोडोल्फो गुच्ची था| गुच्चियो गुच्ची के देहांत के बाद एल्दो ने कम्पनी की बागडोर अपने हाथों में लिया और कम्पनी का परचम अंतर्राष्ट्रीय लेवल तक लहरा दिया|
एल्दो के नेतृत्व में कम्पनी का पहला विदेशी स्टोर अमेरिका न्यूयार्क के मेनहट्टन में खोला गया| इधर इनकी छोटी सी वर्कशॉप अब फैक्ट्री बन चुकी थी | जिसके बाद और भी उत्पाद जैसे दस्ताने भी बनाये जाने लगे |
शुरुआती दौर में रोडोल्फो ने अभिनय को अपना कैरियर बनाने की सोचा था परन्तु जल्दी ही उसने अपनी कम्पनी की जिम्मेदारियों को हाथ में लेने का निर्णय लिया|
समय बीतने के साथ Gucci स्टोर्स की संख्या और ब्रांड वैल्यू भी बढ़ती चली गई| साल 1960 में Gucci ने दूर दराज पूर्वी देशों में अपने विस्तार को पूर्ण किया| जिसके तहत इन्होने टोक्यो और हांगकांग में भी अपने स्टोर्स खोल दिए|
गुच्ची कम्पनी के शेयर्स में एल्दो और रोडोल्फो दोनों भाई बराबर के हिस्सेदार (50-50 %) थे | परन्तु कम्पनी मे अभी तक रोडोल्फो का योगदान, एल्दो की अपेक्षा कम ही था|
इसके साथ ही इसी समय Gucci ने अपने सुप्रसिद्ध लोगों डबल G को जन्म दिया की अभी तक इस ब्रांड का प्रतीक बना हुआ है| साल 1980 तक Gucci विश्व की प्रभावशाली फैशन कंपनियों में एक बन गई |
अपनी कामयाबी को देखते हुए Gucci ने फैसला किया की अब कम्पनी की साझेदारी में आम जनता को शुमार करने का समय आ गया है| और इसके लिए कम्पनी ने खुद को AMEX और NYSE में लिस्ट करवा दिया| कम्पनी ने अपने शेयर की कीमत 22$ निर्धारित किया |
Gucci की अर्थ निति,, फाइनेंसियल मैनेजमेंट और कुशल नीतिपूर्ण बिज़नेस के लिए यूरोपियन बिज़नेस फेडरेशन की तरफ से कम्पनी को यूरोपियन कम्पनी ऑफ़ द इयर का खिताब भी दिया गया |
Gucci ने ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी अपने कारोबार का विस्तार किया| इसी क्रम में इसने अमेरिकन मोटर्स कारपोरेशन, जनरल मोटर और फोर्ड के साथ समझौते किये | साल 9172-73 में पहली बार gucci ने अमेरिकी कार के इंटीरियर को डिजाईन किया |
वर्ष 1970-80 में जनरल मोटर्स की तरफ से Cadillac सिविल कार को लांच किया गया| जिसके इंटीरियर में लोगों हेड लाइनर और हेड पर Gucci के ही प्रतीक चिन्ह को लगाया गया था| साथ ही इस कार की छत को विनाइल से बनाया गया था| जिस पर Gucci का डबल G लोगो लगाया गया था | इतना ही नहीं इसके साथ Gucci Luggage का सेट पूरा सेट भी दिया गया था|
सिर्फ कमाई ही नहीं Gucci सामाजिक सेवा भी करता आ रहा है| साल 2005 में Gucci ने यूनिसेफ के साथ साझेदारी कर लिया जिसके तहत कम्पनी अपने उत्पादों से कमाए हुए धन का कुछ भाग यूनाइटेड नेशन चिल्ड्रेन फण्ड में दान करती आ रही है | Gucci ने पांच साल में तक़रीबन 7 करोड़ की धनराशि यूनिसेफ को दिया |
इस धनराशि से शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अनाथों और HIV से पीड़ित बच्चों के लिए कई कार्यक्रम चलाये जाते हैं | Gucci की सफलता की सबसे बड़ी कड़ी उसकी स्ट्रेटेजी है| बिज़नेस के हर क्लास में ये बड़ी बारीकी से काम करती है | फिर चाहे टारगेट ग्राहक हों, सेल्स टीम या डिज़ाइनर टीम हो, सभी के कदमताल एक होने से, Gucci कामयाब हो सकी |
इसके लिए gucci ने सबसे पहले रणनीति बनाई की सभी कस्टमर्स को टारगेट न करे बल्कि उन चुनिन्दा ग्राहकों को टारगेट करेंगे जिनकी क्लास हाई हो जिनका टेस्ट बेहतरीन हो और सबसे बड़ी बात की वो मजबूत आर्थिक बैकग्राउंड वाले हों |
अपने डिस्ट्रीब्यूशन प्रोडक्ट लांच शो अपने ट्रेड मार्क के बलबूते काफी महंगे होने के बाद भी Gucci के प्रोडक्ट की माँग दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती ही रही | इतना ही नहीं Gucci अपने मटेरियल की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखती है जिसके कारण इसके प्रोडक्ट्स काफी प्रभावशाली होते हैं |
और तो और इनके प्रोडक्ट कर्रेंट फैशन ट्रेंड से न केवल मैच करते हैं बल्कि फैशन ट्रेंड ही बन जाते हैं | अपने क्रिएटिव ब्रांड को ऊंचे वर्गों तक फेमस करने के लिए Gucci ने एक अलग तरीका भी अपनाया है जोकि आज पूरी दुनिया में चलन में हैं | Gucci ने सेलिब्रिटीज को अपनी कपनी का ब्रांड अम्बेसडर बनाना शुरू किया |Grace Kelly का गुच्ची का स्कार्फ पहनना इसी स्ट्रेटेजी का ही एक भाग था|
कामयाबी की ऊंची उड़ान के बाद gucci को अँधेरी गलियों में भी भटकना पड़ा था| चरम पर पहुँचने के बाद gucci को संकट का सामना भी करना पड़ा | जिसके कई कारण थे उसमे से मुख्य कारण था फैमिली के भीतर कलह और बिज़नेस सम्बंधित लिए गए चंद गलत निर्णय |
इन सब की वजह से gucci एक दफा दिवालियेपन के कगार पर भी पहुँच गई थी | साल 1979 में Gucci Accessories Collection यानि GAC को स्थापित किया गया | जिसमे उत्पादों के दाम काफी कम थे | ऐसे में GAC तो चली गई लेकिन ये gucci के बर्बादी की एक वजह भी बनी | क्योंकि चीजें सस्ती होने के कारण फैशनेबुल ग्राहकों के बीच इसकी वैल्यू कम होने लगी |
1980 के दशक में gucci ने अपना आकर्षण पूरी तरह से खो दिया| अब ये सड़कों पर बिकने वाला एक वाहियात प्रोडक्ट बन चुका था| इधर मार्केट में इसकी जोरों से नक़ल भी हो रही थी | जिसके कारण इसकी वैल्यू को और भी चोट पहुँचने लगी थी |
उधर पारिवारिक लड़ाईयों की समाप्ति होने के बजाय मामला खुलेआम मारपीट तक पहुँच चुका था | इन घटनाओं का परस्पर एक साथ साथ घटित होना gucci के लिए खतरे की घंटी बन गया |
1990 के दशक के शुरू के सालों में कम्पनी जिन हालातों से गुजरी वो इसके इतिहास का सबसे बड़ा दौर था| फिर gucci के तत्कालीन मालिक Rodolpho की मौत के बाद कम्पनी को झटका तो लगा लेकिन कम्पनी को सँभालने का मौका भी मिला | क्योंकि Rodolpho ने अपने हिस्से 50 शेयर अपने बेटे Maurizio Gucci के नाम कर दिए थे |
जिसके बाद Maurizio Gucci ने बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स को अपने काबू में करने के लिए रणनीति बनाई| इसके तहत उसने अपने चचेरे भाई के साथ गठबंधन कर डाला और नीदरलैंड में लाइसेंसिंग विभाग को स्थापित किया | अब तक फैमिली के बाकी सदस्यों ने gucci को छोड़ दिया |
Maurizio Gucci ने कम्पनी को ऊंची उड़ान देने के लिए बाहरी प्रतिभाओं की मदद ली| इसी के तहत साल 1994 में Tom Ford को gucci का नया क्रिएटिव डायरेक्टर बना दिया गया| जिसके बाद एक बार फिर से gucci अपने रास्ते पर लौटने लगी |
तो देखा कैसे शुरुवाती दौर में आम जनता की साझेदारी से gucci ने अपने आपको स्थापित किया | और बड़ी बड़ी कठिनाईयों का सामना करने के बाद आज ये बन गई दुनिया का सबसे अधिक फैशनेबुल आइकोनिक कम्पनी |
कैसी लगी आपको gucci की सफलता की ये कहानी हमें कमेंट में जरूर बताएं | अगर आपको gucci की कहानी पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच अभी शेयर करें |
धन्यवाद, सभी का जीवन खुशहाली भरा हो, यही हमारी कामना है |