Youtube CEO Neel Mohan Success Story in Hindi
भारतीय प्रतिभा ने किया एक बार फिर से देश का मस्तक किया ऊँचा! नील मोहन उन भारतीय सीईओ की सूची में शामिल हो चुके हैं, जो दुनिया की दिग्गज कम्पनियों का नेतृत्व कर रहे हैं| 16 फरवरी 2023 को यूट्यूब कीपूर्व सीईओ Susan Wojcicki ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया और नीलमोहन यूट्यूब के नए सीईओ बन गए|
भारतीय मूल के नील मोहन, गूगल के अधिकार वाले, विडियो शेयरिंग प्लेटफार्म यूट्यूब के नए सीईओ बन चुके हैं| इन्होने सुसान वोजिकी का पदभार संभाला है|
नील मोहन एक भारतीय-अमरीकी पोपुलर बिज़नेस एग्जीक्यूटिव हैं, जो यूट्यूब के नए मुख्य कार्य अधिकारी बन चुके हैं| इससे पूर्व, ये यूट्यूब के मुख्य उत्पाद अधिकारी के तौर पर कार्यरत थे| साल 2015 में, नील मोहन यूट्यूब में काम करने लगे|
साल 2008 में नील मोहन, गूगल के साथ जुड़े और इन्हें साल 2015 में यूट्यूब का चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर नियुक्त कर दिया गया|
इन्होने यूट्यूब शॉर्ट्स, यूट्यूब म्यूजिक और सब्सक्रिप्शन ऑफरिंग बनाने पर ध्यान केंद्रित किया|
स्नातक की शिक्षा पूरी करते ही नील मोहन ने अपने करियर की शुरुआत कर दी थी| नील मोहन ने वर्ष 1996 में एक्सेंचर (उस वक़्त एंडरसन कंसल्टिंग नाम) के साथ काम शुरू किया था|
और बाद में ये नेटग्रैविटी नाम के एक स्टार्टअप से जुड़ गए, जिसे बाद में इन्टरनेट विज्ञापन कम्पनी डबलक्लिक द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया| डबलक्लिक कम्पनी को बाद में गूगल ने अधिग्रहित कर लिया था|
DoubleClick कम्पनी में कार्यरत रहते इन्होने हेमा सरीन मोहन से विवाह कर लिया| आपको बताते चलें की हेमा सरीन मोहन को समाज-कल्याण और गैर-लाभकारी क्षेत्रों में 20 साल कार्य करने का का अनुभव है|
डॉ.आदित्य मोहन इनके पिताजी का नाम है और इनकी माँ का नाम डॉ. दीपा मोहन है| इनकी फैमिली में में इनके माँ बाप के अलावा इनके दो भाई भी हैं जो इनसे उम्र में छोटे हैं| इनके दोनों भाई कपिल मोहन एवं अनुज मोहन हैं| नील मोहन के 3 पुत्रियाँ भी हैं|
इनके पिता आदित्य मोहन को अपनी पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका शिफ्ट होना पड़ा था| नील मोहन की जिन्दगी के शुरुआती कुछ वर्ष भारत में ही बीते लेकिन बाद में ये अमेरिका पहुँच गए|
लखनऊ के सेंट फ्रान्सिस कॉलेज से बारहवीं की शिक्षा लेकर नील मोहन अमेरिका चले गये, जहाँ साल 1996 में इन्होने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक पूरा किया|
और स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए की शिक्षा साल 2003 में पूरी किये|
नील मोहन ने यूट्यूब के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है| इन्होने यूट्यूब मेम्बरशिप सेवा, म्यूजिक स्ट्रीमिंग सेवा, यूट्यूब प्रीमियम, यूट्यूब किड्स जैसे मुख्य प्रोडक्ट्स के लॉन्च में महत्वपूर्ण योगदान दिया है|
49 वर्षीय नील मोहन, लम्बे वक़्त से सुसान वोजिकी के सहयोगी रह चुके हैं, वर्ष 2007 में डबल क्लिक अधिग्रहण के साथ Google में शामिल हुए थे|
इसके साथ ही उन्होंने डेस्कटॉप, मोबाइल, और टेलीविज़न एप्स से जुड़ी सर्विस को लॉन्च करने और आगे ले जाने में मुख्य भूमिका अदा की है|
नील मोहन यूट्यूब के अलावा, कई कम्पनियों के बोर्ड निदेशक में भी शामिल है| इन्होने यूट्यूब का CEO बनने पर ख़ुशी व्यक्त की है और सुसान वोजिकी को धन्यवाद भी किया|
नील मोहन ने आगे कहा कि वो यूट्यूब के महत्वपूर्ण अभियानों को जारी रखने के लिए उत्साहित हैं|
वर्ष 2023 तक नीलमोहन की कुल संपदा लगभग 150 मिलियन डॉलर है। इंडियन रुपीज में बात करें तो इनकी कुल संपत्ति 1242 करोड़ रुपए के लगभग है|
मीडिया रिपोर्ट्स बताती है की गूगल ने नील मोहन को, ट्विटर कम्पनी में जाने से रोकने के लिए 100 मिलियन डॉलर तक दे डाले|
उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में इनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। नील मोहन हिंदू-धर्म का पालन करने वाले व्यक्ति हैं|