American swimmer Michael Phelps’s inspiring success story in hindi
आपका फिर से स्वागत है मैं Vaibhav Mishra आज एक ऐसे इंसान की कहानी बताने जा रहा जो आपके दिल में motivation की आग लगा सकता है|
माइकल फेल्प इनका नाम है| हो सकता है इनके बारे में आपने अधिक ना सुना हो पर आपको बताते चलें कि धरती के इतिहास में किसी भी खेल में, किसी भी साल में, किसी भी राष्ट्र में किसी भी प्रकार से इनसे अधिक मैडल संसार में ना कोई हासिल कर पाया है और आसानी से हासिल भी नहीं कर पाएगा|
महज 7 साल की छोटी उम्र से इन्होने तैराकी सीखना शुरू किया| इतना फोकस की सिर्फ दस साल की उम्र तक राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिए| 12 साल की उम्र तक अपनी श्रेणी के अगले नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिए|
स्कूली पढ़ाई करते हुए मात्र 15 साल की उम्र में, अमेरिका के अंदर पहला बच्चा बन गया, जो ओलंपिक्स तक पहुंच चुका था| देखते ही देखते सारे रिकॉर्ड फिर से तोड़ दिए|
हमारे देश भारत ने 24 ओलंपिक्स में 28 मेडल जीते हैं|
अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स की प्रेरणादायक सफलता की कहानी
1985 में बॉल्टीमोर अमेरिका में इसका जन्म हुआ 2004, 2008, 2012 और 2016 चारों ओलंपिक्स में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाला धरती पर एक ही इंसान बना| आज तक के इतिहास में इनको बोला जाता है Most Decorated Olympian in the Planet Earth.
Decorated Olympian को मैं हिंदी में अपने देश को समझा देता हूँ decorated Olympian का अर्थ है आभूषित, आभूषण से सुसजित और कौन से आभूषण? गोल्ड मैडल के आभूषण!
समूचे विश्व में इतने गोल्ड मैडल एक आदमी एक गेम में, कभी नहीं प्राप्त कर सका| 2004-2008 के बीच में एक व्यक्ति ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था तैराकी के अंदर, एक बार में 7 गोल्ड मैडल जीत चुका था| हर प्रकार के तैराकी फॉर्मेट में 7 गोल्ड मेंडल एक साल में एक ओलंपिक में एक आदमी के द्वारा जीते जाना|
उसके बाद सबने मान लिया कि अब इस रिकॉर्ड को कभी तोड़ा नहीं जा सकता लेकिन इसने घोषणा कर दी मैं तोडूंगा इस रिकॉर्ड को और वो उसके लिए, मार्क स्पिट्ज चार साल तक 8 घंटे प्रतिदिन ट्रेनिंग करते थे|
ये 4 साल तक 12 घंटे प्रतिदिन ट्रेनिंग करने लगे| 100 किलोमीटर हर हफ्ते, 15 किलोमीटर प्रतिदिन, और 100 मीटर महज 50 सेकंड के भीतर तैर लेना|
लिमिटलेस सोच
छोटी उम्र से ही, लिमिट लेस सोच, इतनी लिमिटलेस कि सारे रिकॉर्ड्स ढूंढता था| तैराकी में जितने भी प्रकार के रिकॉर्ड्स बने थे| उनको कागज पर लिखकर हर जगह चिपका देता था, प्लान करता था और उस रिकॉर्ड को तैयारी के साथ तोड़ देता था।
उस रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद जो नया रिकॉर्ड बनाता उसको फिर से तोड़ देता था। उसके बाद जो नया रिकॉर्ड बनाता उसको फिर से तोड़ देता था। अपने रिकॉर्ड बनाकर अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ तोड़ के इतने रिकॉर्ड बना लिये कि ये भी एक रिकॉर्ड बन गया कि इतने रिकॉर्ड कोई कैसे बना सकता है?
केवल इनके रिकॉर्ड बताना इस आर्टिकल का मकसद नहीं है| मै तो मेरे देशवासियों को तैयार करना चाहता हूँ की वो कैसे ऐसी विचारधारा ला सके? वो कैसे ऐसे थॉट ऐसी इच्छा बर्निंग attitude बना सके?
बचपन से पिता ने इगनोर किया
इतना आसान नहीं था इनका जीवन! जो इसका बचपन था, बहुत संघर्ष पूर्ण बीता| अपने माँ बाप की लड़ाई को रोज देखता था| इतने झगड़े होते थे इनके माता पिता के बीच में की , इनके 9 साल के होते तक, इनके माता पिता में, तलाक हो गया| अपने माता पिता से बहुत प्रेम करता था दोनों को साथ देखना चाहता था|
लेकिन पिता ने जो इनको इगनोर किया लाइफ में! इस बात से ये अकेले में रोया करते थे| लेकिन उस वक्त में इन्होने शरण ली स्विमिंग पूल की| तब ये कहते थे मेरी जिन्दगी में जितनी तकलीफें इसको ये स्विमिंग पूल दूर कर देगा|
अपने आपको झोंक दिया स्विमिंग पूल के अन्दर, बस अब कुछ नहीं अब मैं केवल स्विमिंग करूँगा|
बीमारी में माँ और कोच ने सपोर्ट किया
उसी समय इनको कई बिमारियों ने अपने कब्जे में ले लिया| ADD बीमारी इसको बोलते है अटेन्सन डेफिसिट डिसऑर्डर| ये एक ऐसी बिमारी है जिसकी वजह से किसी बच्चे का अटेन्सन स्पैन ख़त्म हो जाता है| फोकस समाप्त हो जाता है| बच्चे बड़े मुश्किल दौर से गुजरने लगते हैं , ना पढ़ पाते हैं, ना खेल पाते हैं, ना किसी से बात कर पाते है|
लेकिन वहीं पर इनको इनके coach और इनकी माँ दोनों के प्यार ने इनको support create करके दिया, माँ ने इनका हौंसला बढ़ाया बढ़ाया| और इनके coach ने इनको बोला की बेटा, तेरे पास वो ताकत है, वो दम है, कि तू संसार के record तोड़ेगा|
तैराकी को लोगों के जीवन में शामिल करने के लिए फेल्प फांडेशन की स्थापना की
इनके जीवन में जब जब समस्याएं और भटकाव आये, ये उद्देश्य और पैशन बिल्ड कर देते थे| जब भी इनको तकलीफ होती थी अपने आपको धक्का मार के पूल में फेंक देते थे|
वो जो इनकी गहरी भावना से उद्देश्य इनको मिला| वही इनको उच्च स्तर की प्रेरणा से भर दिया|
मैडल जीतने के बाद इन्होंने खुद माइकल फेल्प फांडेशन की तैयारी की| बोले की सिर्फ मैडल जीतना मेरे लक्ष्य नहीं है|जिस स्विमिंग ने मुझे खड़ा किया मैं स्विमिंग को लोगों के जीवन जीने के तरीके में डाल दूंगा|
अपना पैसा जो कमा के लाते थे उसको अपनी NGO में डालते थे| ताकि इस प्रकार से स्विमिंग का लाभ बाकी दुनिया को भी मिल सके|
बड़ी कड़ी ट्रेनिंग से गुजरे
इनके मन के अंदर इच्छा होती थी to achieve the unachievable. शुरू से इनके coach ने इनको ऐसा ही training भी दिया| कोच बोले ये जो unwavering focus है ना ये कैसे build होगा? कान के अंदर हेल्मेट में इयरफोन लगा के सामने गॉगल्स पे देखना है न लेफ्ट देखना है न राइट देखना है अपनी लेन के अंदर अन्वेवरिंग फोकस, न इधर न इधर, सामने|
अच्छा तब इन्होने घोषणा कर दिया के मैं मार्क स्पिट्ज का रिकॉर्ड तोड़ूंगा, इनके कॉंपेटिटर Ian Thorpe ने इसका बहुत मज़ाक उड़ाया
वास्तव में क्योंकि एक साल के अंदर 7 गोल्ड मैडल से ज़्यादा एक ही बार में जीत जाना| ये वास्तव में चुनौती पूर्ण तो था, लगता था असंभव है| और मज़ाक भी इनका बहुत उड़ाया गया|
ये कहते थे, तुम मेरी जितनी बेज्जती कर रहे हो| वो मुझे fuel up कर रहा है, वो मेरे लिए petrol की तरह, एक fuel की तरह काम कर रहा है, मेरी energy को बढ़ाने के लिए|
खुद को देते थे आत्म सुझाव
ये अपने आपको ना आत्म सुझाव देते थे| let’s get ready for unachievable. यह हर बार अपने आपको सुझाव देते थे| लेट्स गेट रेडी जोर से अपने आपको बोलते थे लेट्स गेट रेडी |
साल 2004 के ओलिंपिक में 6 मैडल तो जीत चुका था पर ये जो 8 मेडल जीतने की घोषणा कर दिया ना इसने कि 2008 में मैं 8 मैडल नहीं 8 गोल्ड मेडल जीतूँगा|
इससे इनका बड़ा मजाक बना कि ये अपने आपको पता नहीं भगवान समझ बैठा है| लोग जब जब इसका मजाक उड़ाते, ये और चुप हो जाता और शांत हो जाता| और उसको लेकर अपने लॉकर में, अपने घर के सामने, अपने शीशे पर, अपने बाथरूम में, अपने बेडरूम में, हर जगह चिपका देता। इसने आठ गोल्ड मैडल को घोट के पी गया अपने अंदर, कि ये तो मुझे जीतना है।
इन्होने अपने लिए बड़े ही सेल्फ पनिशिंग, टफ रूटीन बना लिया था| लेकिन अचानक एक दुर्घटना हो गई| इनका दाँया हाथ फ्रैक्चर हो गया जिसमें हड्डी अलग-अलग हो गई|
हाथ फ्रैक्चर होने के कारण डाक्टरों ने ओलिंपिक खेलने से मना कर दिया
डॉक्टर्स ने बोला बीजिंगओलंपिक्स में तू पार्टिसिपेट नहीं कर सकता| ख़त्म हो गया तेरा हाथ! तू हाथों का इस्तेमाल अब तैराकी में नहीं कर सकता| इसका तो दिमाग हिला हुआ था बोला मैं घोषणा कर चुका हूँ मेरे को तो बीजिंग ओलंपिक्स जीतना ही जीतना है| और आठ मेडल नहीं आठ गोल्ड मेडल चाहिए|
लेकिन जो वो हाथ टूट गया था, सब ने बोला पागल है क्या? अगली बार अगले ओलंपिक्स में कर लेना, जिन्दा रहेगा तो करेगा ना|
समाधान और सम्भावना पर करते हैं फोकस
समाधान और सम्भावना पर ये इतना फोकस करता कि मन ही मन इसको एक आइडिया आया| ये डॉक्टर्स को और भगवान को धन्यवाद किया बोला अच्छा हुआ मेरा हाथ टूट गया| अब मैं अलग प्रकार की प्रैक्टिस करूँगा एक साल तक केवल पैर से स्विमिंग करूँगा|
जब तक इसका हाथ रिकवर हुआ इसकी स्पीड को कोई मैच ही ना कर पाए| एक के बाद एक एक के बाद एक ये रेस जीतता चला गया हर एक में गोल्ड मेडल मिलता चला गया और इसकी के बाद आया|
200 मीटर का बटरफ्लाई, ये जब 200 मीटर के बटरफ्लाई में भाई साहब कूदे तो इनका जो गॉगल्स था वो क्रैक कर गया| और जो गॉगल्स क्रैक हुआ, रेस चालू हो चुकी थी| अब रुकने की कोई संभावना नहीं थी| लेकिन गॉगल्स में पानी घुसने लगा, वो पानी घुसने से इनको दिक्कत हो रही थी|
पर ये रुका नहीं बाहर से देख के किसी को पता नहीं लगा| ये पूरी तेजी से चलता रहा, क्यों?
उसकी पुरानी आदत और उसकी प्रैक्टिस, उसकी स्पीड उसके काम आ रही थी| इसने गिने हुए थे, कि हर बीसवें हाथ पर मेरी एक ब्रेथ पार होगी, हर बीसवें हाथ में मेरी दूसरी ब्रेथ पार होगी, और फिर 20 वें हाथ में मेरी तीसरी|
बना दिया तैराकी में वर्ल्ड रिकॉर्ड
calculated टाइम के साथ 100 meter के बाद अंधा हो चुका था ये कुछ नहीं दिख रहा था| लेकिन अब किसी बहाने का time नहीं एक भी medal में silver या bronze आया तो 8 का record खराब हो जाएगा|
ये हाथ पे हाथ मारता चला गया और आखिरी 20 वें में हाथ पर जब फ़र्श को छुआ गर्दन उठाई और ऊपर क्या दिखता है ऊपर लिखा है WR क्या?
WR का मतलब है world record इसकी आँख में जो आंसू आया वो दुनिया ने देखा| क्योंकि ये अंधा हो चुका था कुछ इसको दिख नहीं रहा था और तब डब्लू आर के साथ इसने आठवा गोल्ड मेडल ले करके उस सारी चुनौतियों को प्रूव देम रॉंग कर दिया|
गलत आदतों में पड़कर जेल भी गए
अपनी सफलताओं के चलते अब तक ये दुनिया के पांचवे सबसे अमीर खिलाडी बन चुके थे| कई नए दोस्त बने कई नए रिश्ते बने| और जो प्रेम का पुराना खोखलापन था वो पैसे से सफलता और रिस्पेट से भर नहीं जाता|
शायद उसी के चलते ये उसी प्रेम और संतुष्टी की तलाश में कुछ गलत आदतों में पड़ गए| जिसके चलते इनको कुछ ही समय के अंदर DUI जिसको बोलते हैं ड्राइविंग अंडर दी इंफ्लूइंस ऑफ़ इंटॉक्सिकेशन| उसके चलते इनको दो बार जेल में भी डाला गया| रीक्रियेशनल ड्रग्स के साथ पकड़ा गया| पार्टी के स्मोकिंग लॉट में इनको पकड़ा गया कई बार
ये तो वो चीजें हैं जो पूरी तरह से मीडिया कवरेज में भी आई| जेल तक इनको जाना पड़ा| इनको बैन भी लगा स्विमिंग के लिए| इन सारी तकलीफों ने इनको पूरी तरह से झकझोर दिया|
लोगों ने इसे पूछा कि इतनी सफलता के बाद यह फेलियर देखिए कैसा लग रहा है| बोले कैसा लग रहा है कुछ नहीं| हो गया फेलियर कोई बात नहीं! हो गया, इंसान हूँ मुझसे भी गलती हो सकती है| हो गया लेकिन अब नहीं करूंगा| मैं इतनी दूर आया हूं यहां तक रहने के लिए नहीं| और आगे जाने के लिए| अब नहीं करूंगा जो हो गया हो गया|
किया बाउंस बैक
पुनर्जन्म हुआ है है अब मेरा| नया जीवन रीस्टार्ट करने जा रहा हूँ| बाउंस बैक किया वापिस खड़ा हुआ| उधर सपोर्ट सिस्टम काम आया इसकी माता जी जिन्होंने इनको आज तक इतना बड़ा ताकत दी| और इनका वो इटरनल कोच जो आज तक इनका कोच है जो बचपन से इनका कोच है उन्होंने आकर इनको फिर से खड़ा किया|
इन्होंने दूसरे स्पोर्ट में नज़र डालनी शुरू करी कि बाकी खिलाडी कैसे खेलते हैं| वापिस खड़े हो गए |
साल 2012 में सन्यास ले चुके माइकल फेल्प्स 2014 के अंदर फिर अपने आपको खड़ा करने की कोशिश करी और रॉजर फेडरर राफल नाडाल टाइगर वुड्ज ये दूसरे खेलों के खेलाडियों को देखके फिर से इंस्पिरेशन इकट्ठी किया|
गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है
बुरी आदतों से अपने आपको निकालने का प्रयास किया| कृष्ण कहते हैं गीता के अंदर भोग ऐश्वर्य प्रसक्ता नाम तया फृत चेत साम व्यवसाय आत्मिका बुद्धी समाधो नाविधियते|
जो आदमी भोगा और ऐश्वर्या इन दोनों में अटैच होता चला जाएगा उसके साथ क्या होगा वो समाधि में प्रवेश कर ही नहीं सकता|
समाधि का मतलब क्या हुआ Unwavering Intelligence वही Intelligence जिसने इसको साल 2008 और साल 2012 में सफलता दिलाई|
दुनिया के पांचवे अमीर खिलाड़ी बन गए
दुनिया के पाँचवे सबसे अमीर खिलाडी बन चुके थे| भोग और एश्वर्या ये आपको गोल से हमेशा दूर कर देगा| हमारे लिए सीख है जो भी आदमी पैसा आने के बाद भोगा और एश्वर्या में प्रवेश कर जाता है वो समाधि में प्रवेश नहीं कर सकता|
तीव्रता से ग्रहण करने की क्षमता नष्ट हो जाएगी| फोकस, इंटेलिजेंस खतम हो जाएगी| भोग एश्वर्य से बाहर निकले और साल 2016 ओलिंपिक की तैयारी करी और दुबारा 5 गोल्ड मेडल के साथ फिर से bounce back किये|
दुनिया भर में ये एक व्यक्ति ऐसा है, जो 28 में 23 gold medal ले लिये है| 28 medal Olympics में इनके अलावा किसी के पास नहीं है|
एक आंकडा आपको देना चाहता हूँ जो थोड़ा दुखी तो करेगा, पर सीख, learning बहुत बड़ी देगा| पिछले तक़रीबन 100 सालों के अंदर हमारा पूरा भारत मिल करके 24 Olympics, summer Olympics, winter Olympics के 57 खेलों को जोड़के, पिछले 24 Olympics के अंदर केवल नौ गोल्ड मेडल जीत सका है|
निष्कर्ष
हम पूरा देश नहीं! यह भाई साहब अकेले! अकेले चार ओलंपिक्स के अंदर 23 गोल्ड मेडल जीत गए| हमारा पूरा देश मिलकर 9 गोल्ड मैडल|
ये अकेला 23 गोल्ड मेडल इसमें और हमारे में एक कॉमन चीज है वह क्या है हमारे भी टोटल 28 मेडल है इसके भी टोटल 28 मेडल है|
100 जगह पर 1 फुट गड्ढा खोदने से पानी नहीं मिलता| एक जगह पर 100 फुट गड्ढा खोदने से पानी निश्चित रूप से मिल जाता है|
यही डिसिप्लिन हमारे देश को बिल्ड कराना है| थोड़ा सा तो आपको भी करना पड़ेगा| एक रिक्वेस्ट कर रहा हूं आपसे इस आर्टिकल को, उठा के आग की तरह फला दो| एक स्टूडेंट को स्पोर्ट्स मैन को और स्पोर्ट्स मिनिस्टर तक और हर उस बच्चे तक पहुंचा दो इस आर्टिकल को जो आग लगा सके|
अगली बार ओलंपिक्स में अगर ये आर्टिकल थोड़ा भी मदद कर सके तो देश का भविष्य बदलने में| मेरा साथ दीजियेगा| लाइक करें अगर आपको ऐसे आर्टिकल्स अच्छे लगते हैं| सब्सक्राइब कर लीजिये नहीं तो अगला शक्तिशाली आर्टिकल आपसे छूट जाएगा| कॉमेंट बॉक्स में लिखिए अगला कौन सा आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं| मेरे साथ जुड़े रहने के लिए हर बार वापिस के लिए प्रेम से आपका धन्यवाद|